"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, अवतार लेकर जन्म लिया।"
“देखो मेरा पवित्र हृदय - दिव्य प्रेम की जलती अंगीठी। मैं हर दिल में इस प्रेम के स्पार्क भेजने के लिए कितना तरसता हूँ! काश आत्माएं यह समझ पातीं कि मैं कभी उन्हें नहीं छोड़ता। हर क्रॉस अपने साथ अनुग्रह का एक गुलाब लेकर आता है। यही वह तरीका है जिससे दैवीय इच्छा के प्रति समर्पण करके आत्मा की आँखें खुलती हैं और अनुग्रह को पहचाना जाता है।"
“प्रार्थना जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है। प्रार्थना के माध्यम से ही पवित्र आत्मा मार्गदर्शन करती है और दिशा देती है। प्रार्थना हमेशा सबसे प्रेमपूर्ण समाधानों का समर्थन करती है, लेकिन कभी-कभी ये समाधान सबसे कठिन प्रतीत होते हैं। केवल दैवीय इच्छा के प्रति समर्पण करके आपके बोझ आसान और हल्के हो जाते हैं।"