"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, अवतार लेकर जन्म लिया हुआ। मैं तुम्हें यह समझने में मदद करने आया हूँ कि तुम्हारी शांति और सुरक्षा दुनिया में नहीं होनी चाहिए—यानी लोगों, स्थानों या चीजों में। यह एक झूठी शांति है, क्योंकि तुम्हारे दुश्मन तुमसे ज़्यादा शक्ति, धन और हथियार प्राप्त करने में सक्षम हैं।"
"सच्ची शांति केवल अपने उद्धार, पवित्रता और अभिमिश्रण की ओर आपके प्रयासों से ही प्राप्त की जा सकती है। तभी तुम मुझमें विश्राम ले पाओगे, और मुझ पर भरोसा कर पाओगे। मैं तुम्हें फिर याद दिलाता हूँ कि तुम्हारा पूरा उद्धार तुम्हारे हृदय में पवित्र प्रेम के माप पर निर्भर करता है।"
"इसे सबको बता दो।"