1981 में मैं दुनिया और उस देश, यानी यूगोस्लाविया को अपना शांति का संदेश देने मेडजुगोरजे गया था। लेकिन पुरुषों ने मेरी बात सुनने या मुझसे जो मांगा जा रहा था उसे करने की इच्छा नहीं रखी। वह युद्ध उस देश में आया, और दूसरे दुनिया में आए। यह सब मानवता के लिए एक 'महान चेतावनी' थी, जिसने हुई हर चीज के बावजूद उदासीन रही।
मेरे बच्चों, परिवर्तित हो जाओ! मेडजुगोरजे, जकारेई और पृथ्वी पर इतनी सारी जगहों पर मैं जो संदेश देता हूँ उसे सुनो। मेरी माँ का दिल आत्माओं की हानि से ‘रक्तस्राव’ कर रहा है।
मदद करो मुझे! मदद करो मुझे! उन्हें बचाने में मेरी मदद करो!"